नगरपालिका राजस्व समिति पर स्थायी का भरोसा नहीं !

पुणे : विगत वित्तीय साल यानी २०१८स्वतंत्र कमिटी बनाने के निर्देश दिए २०१७-१८ साल से इसकी तुलना की तो यह आय १९ में महापालिका की तिजोरी में ४२५० है. साथ ही आगामी काल में १ बढ़ने के बजाय कम हो रही है. करोड़ का राजस्व जमा हुआ था, लेकिन हजार करोड़ की आय बढ़ाने का इस साल में मनपा को ४३०६ करोड़ की आय २०१७-१८ साल से इसकी तुलना की जाए उद्देश्य भी दिया गया है. मिल चुकी थी. अपेक्षा की जा रही थी कि २०१८तो यह आय बढ़ने के बजाय कम होती जा विगत वित्तीय साल के अंत १९ में मनपा की सालाना आय बढ़ेगी. लेकिन ऐसा रही है. इस साल मनपा को ४३०६ करोड़ की तक महापालिका प्रशासन को नहीं हो पाया है. आय में वृद्धि होने के बजाय इसमें आय मिल चुकी थी. ४४०० करोड़ की राशि मिल घाटा ही हो रहा है. इसका सीधा असर विकास कामों टैक्स के माध्यम से पर्याप्त आय न मिलने जाएगी, ऐसी संभावना जतायी जा पर होगा. इस वजह से अब मनपा के इस आय को की वजह से आय पर प्रतिकूल असर हो रहा रही थी. जबकि महापालिका का लेकर चिंता जतायी जा रही थी. वजह से प्रशासन ने . साथ ही २०१८-१९ का मनपा का बजट उस साल का बजट ५ हजार ९०० आय में बढ़ोतरी करने को लेकर एक रेवेन्यू कमिटी हजार ९०० करोड़ था. ऐसा होने के करोड़ का था. फिर भी विगत बनायी है. लेकिन यह कमिटी भी आय बढ़ाने को बावजूद भी मनपा बजट का संतुलन नहीं कर वित्तीय साल में यानी २०१८-१९ लेकर कुछ नहीं कर पा रही है. जारी साल में अब तक पायी है. करीब १६५० करोड़ का घाटा इस बजट में हो पा रहा है. क्योंकि जारी वित्तिय साल में अब तक साल में महापालिका की तिजोरी में ४२५० करोड़ का सिर्फ २९०० करोड़ की आय मिल पाई है. इस वजह हुआ है. इस वजह से प्रशासन ने आय में बढ़ोतरी मनपा को सिर्फ २९०० करोड़ की आय मिली है. इस राजस्व जमा हो चुका था. से स्थायी समिति अध्यक्ष ने इस पर नाराजगी जताई करने को लेकर एक रेवेन्यू कमिटी बनायी है. लेकिन वजह से अब स्थायी समिति के अध्यक्ष हेमंत रासने मनपा बजट का संतुलन नहीं कर पायी है. यानी है. साथ ही अब आय बढ़ाने को लेकर नई राजस्व इस कमिटी द्वारा भी आय बढ़ोतरी का कोई काम नहीं का इस कमिटी पर भरोसा नहीं रहा है. अध्यक्ष ने नई करीब १६५० करोड़ का घाटा इस बजट में हुआ है. समिति बनाने के निर्देश दिए है. DEVENDRA