मन भी स्वच्छ रखकर मानवता के हित में बचाने से उन्हें भी समाधन मिला. सभी काम किया है. सभी को इस पर गर्व होना कचरा बिननेवाले कर्मियों को इस तरह से चाहिए. इन महिलाओं की वजह से एक ध्यान देना जरूरी है. लक्ष्मी डेबरे, मंगल महिला को जीवनदान मिलने से हम लोगों जाधव के साथ ही स्वास्थ्य निरिक्षक सुनील ने उनका सम्मान किया है. लक्ष्मी डेबरे ने डमाले, सहायक स्वास्थ्य निरीक्षक अमोल कहा कि कचरा समझकर जब उन्होंने उस मस्के, संदीप पवार, मुकादम सुरेखा गठड़ी को दूर फेंका, तब ध्यान में आया कि वाघमोडे, सचिन सकट का भी सम्मान उसमें कोई हलचल हो रही है. उसे खोलकर किया गया. इस अवसर पर नगरसेविका खा तो उनकी आंखों में आंसु आ गए. नीता दांगट. मनीषा लडकत. स्वप्नाली एक दिन के अर्भक को इस तरह से गठड़ी सायकर, सुजाता शेट्टी व शीतल सावंत बांध कर फेंका गया था. ऐसे अर्भक को उपस्थित थी.
कूड़ा बिननेवाली महिला ने अर्भक को दिया जीवनदान